टूर कल्लेयां - The Indic Lyrics Database

टूर कल्लेयां

गीतकार - अमिताभ भट्टाचार्या | गायक - अरिजीत सिंग, अल्तमश फरीदी, शादाब फरीदी | संगीत - प्रीतम | फ़िल्म - लाल सिंह चड्ढा | वर्ष - 2022

Song link

View in Roman

लम्हों में आए लम्हों में गुम्म
मेरे हुए हो हिस्सों में तुम

हैं जिंदगी के क़िस्से कयी
मिलते हो सारे क़िस्सों में तुम

तू आप सावली है
आप ही पयाम्बर है
तू खुद है तमाशा भी
आप ही कलंदर हैं

बेकार तलाशे तू
दरगाह में शिवलों में
जिस यार को तू ढूंढे
वो तेरे ही अंदर है

बनी हिज्र में रातां अंगीठीयां
बता कोयले बर्ग़ा जल भुन कर
तैनू की मिलियाँ

तूर कल्लेयाँ वे छल्ला
चल वे तूर कल्लेयाँ
छड़ रंज दियां गलियां
चल वे तूर कल्लेयाँ

तूर कल्लेयाँ वे छल्ला
चल वे तूर कल्लेयाँ
छड़ रंज दियां गलियां
चल वे तूर कल्लेयाँ

तूर कल्लेयाँ तूर कल्लेयाँ
तूर कल्लेयाँ
तूर कल्लेयाँ तूर कल्लेयाँ
तूर कल्लेयाँ

तूर कल्लेयाँ तूर कल्लेयाँ
तूर कल्लेयाँ
तूर कल्लेयाँ तूर कल्लेयाँ
तूर कल्लेयाँ

हो लिख ले इस बात को
सच्चा दिलदार तो
वही है जो दिलबर को
आज़ाद कर सके

जिसके हाथों हुआ
दिल चकना चूर हो
उसी यार को सजदे में
याद कर सके

हो लिख ले इस बात को
सच्चा दिलदार तो
वही है जो दिलबर को
आज़ाद कर सके

हो जिसके हाथों हुआ
दिल चकना चूर हो
उसी यार को सजदे में
याद कर सके

ऐसे शख़्स के आंसू की बूंद से
बियाबान बंजार से
रेगिस्तान में भी गुल खिलेया

तूर कल्लेयाँ वे छल्ला
चल वे तूर कल्लेयाँ
छड़ रंज दियां गलियां
चल वे तूर कल्लेयाँ

तूर कल्लेयाँ वे छल्ला
चल वे तूर कल्लेयाँ
छड़ रंज दियां गलियां
चल वे तूर कल्लेयाँ

इश्क है तेरा मस्ताना
हर फ़िकर से बेहिस बेगाना
तू पाक परिंदा परवाज़ी
चल तोड़ के पिंजरे उड़ जाना

जिस ओर ज़मी से अम्बर मिलेया
सुरख शफाक सूरज ढलेया
वही यार फकीरे मंजिल तेरी
छड़ जग नू चल तूर कल्लेयाँ

तूर कल्लेयाँ वे छल्ला
चल वे तूर कल्लेयाँ
छड़ रंज दियां गलियां
चल वे तूर कल्लेयाँ

तूर कल्लेयाँ वे छल्ला
चल वे तूर कल्लेयाँ
छड़ रंज दियां गलियां
चल वे तूर कल्लेयाँ