दो बेचारे बिना सहारा बिन ताले की चाभी लेकर - The Indic Lyrics Database

दो बेचारे बिना सहारा बिन ताले की चाभी लेकर

गीतकार - वर्मा मलिक | गायक - महेंद्र कपूर, किशोर कुमार | संगीत - कल्याणजी, आनंदजी | फ़िल्म - विक्टोरिया नंबर 203 | वर्ष - 1972

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दो : दो बेचारे बिना सहारे -२
देखो पूछ-पूछ कर हारे
कि : बिन ताले की
म : ओ चाभी लेकर
दो : फिरते मारे-मारे
कि : मैं हूँ राजा ये है राना
म : ओ मैं दीवाना ये मस्ताना
दो : दोनों मिलके गाये गाना
ओ हसीना आ
ओ ज़रा रुक जानादो बेचारे बिना सहारे
देखो पूछ-पूछ कर हारेकि : तू बता दे इसका प्रीतम कहाँ पे छुपा है -२
म : ओ कुछ पता दे वो तो निकला बड़ा बेवफ़ा है
कि : कुछ बोल बोल ओ रानी
म : बोलो
कि : कुछ बोल बोल ओ रानी
म : ओ कहाँ इसका रूठ गया जानी
ओ मस्तानी
दो : कोई निशानी या ज़ुबानी
बोलो रानी मेहरबानी
ओ हसीना आ
ओ कुछ बोलो नाfemale: मुझे कुछ नहीं पता
म : कुछ नहीं पता
चल राजा
अब यहाँ भी बज गया बाजादो : दो बेचारे बिना सहारे
देखो पूछ-पूछ कर हारेम : तू बता दे इसका मिलता नहीं हम्को locker
कि : कुछ पता दे तेरे बन जायेंगे हम नौकर
म : ओ ससूराल से देखो हम आये
कि : हाँ
म : ससूराल से देखो हम आये
कि : चाभी लेकर चकराये
हैं घबराये
दो : आके तुमसे ही टकराये
धक्के खाये
समझ ना आयेओ पापे हय
ओ कुछ बोलो नाmale: ओय मुझे कुछ नहीं पता
म : चल राजा
पापे ने भी बजा दिया बाजादो : दो बेचारे बिना सहारे
देखो पूछ-पूछ कर हारेकि : ए स्वामी
म : ए अन्तर्यामी
कि : अरे दीनबन्धू
म : हे जगद्पती की जयकि : ओ स्वामी तूने कैसा किया है घोटाला
अन्तर्यामी तूने कैसा किया है घोटाला
म : ओ दे दी चाभी पर दिया है नहीं हमको ताला
कि : गर माल मिलेगा ज़ादा -२
म : ओ तुझको दे देंगे आधा
ये है वादा
दो : क्या इरादा
कोई काम नहीं है ज़्यादा
ले के जाना आधा-आधा
ओ बाबा हाँ
ओ बिनती सुन लो आकि : ओ स्वामी जी
म : ओ अन्तर्यामी जी
कुछ बोलोदो : दो बेचारे बिना सहारे
देखो पूछ-पूछ कर हारे
कि : बिन ताले की
म : ओ चाभी लेकर
दो : फिरते मारे-मारे
कि : मैं हूँ राजा ये है राना
म : ओ मैं दीवाना ये मस्ताना
दो : दोनों मिलके गाये गाना
ओ हसीना हा
ओ ज़रा रुक जानादो बेचारे बिना सहारे
देखो पूछ-पूछ कर हारे -२
देखो ऊं ऊं ऊं हारे