ललकार - The Indic Lyrics Database

ललकार

गीतकार - प्रसून जोशी | गायक - आमिर खान | संगीत - ए. आर. रहमान | फ़िल्म - रंग दे बसंती | वर्ष - 2006

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है लिए हथियार दुश्मन
ताक में बैठा उधर
और हम तैयार हैं
सीना लिए अपना इधर
खून से खेलेंगे होली
गर वतन मुश्किल में है
सरफ़रोशी की तमन्ना
अब हमारे दिल में है
हाथ जिनमें हो जुनूँ
कटते नहीं तलवार से
सर जो उठ जातें हैं वो
झुकते नहीं ललकार से
और भड़केगा जो शोला सा
हमारे दिल में है
सरफ़रोशी की तमन्ना
अब हमारे दिल में है
हम तो घर से निकले ही थे
बाँधकर सर पे कफ़न
जां हथेली पर लिए लो
बढ़ चले हैं ये क़दम
ज़िन्दगी तो अपनी मेहमाँ
मौत की महफ़िल में है
सरफ़रोशी की तमन्ना
अब हमारे दिल में है
दिल में तूफानों की टोली
और नसों में इंक़लाब
होश दुश्मन के उड़ा देंगे
हमें रोको न आज
दूर रह पाए जो हमसे
दम कहाँ मंज़िल में है
सरफ़रोशी की तमन्ना
अब हमारे दिल में है