जाएँ तो जाएँ कहाँ, समझेगा कौन यहाँ - The Indic Lyrics Database

जाएँ तो जाएँ कहाँ, समझेगा कौन यहाँ

गीतकार - साहिर लुधियानवी | गायक - तलत महमूद | संगीत - सचिन देव बर्मन | फ़िल्म - टैक्सी चलाने वाला | वर्ष - 1954

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जाएँ तो जाएँ कहाँ, समझेगा कौन यहाँ
दर्द भरे दिल की जुबां
मायूसिओं का मजमा है जी में
क्या रह गया है इस जिन्दगी में
रूह में ग़म, दिल में धुआँ
उन का भी ग़म है, अपना भी ग़म है
अब दिल के बचने की उम्मीद कम है
एक कश्ती, सौ तूफ़ाँ