खुल्लम खुला प्यार करें करें कभी चोरी से - The Indic Lyrics Database

खुल्लम खुला प्यार करें करें कभी चोरी से

गीतकार - अखिलेश शर्मा | गायक - सुनिधि चौहान, सोनू निगम | संगीत - संदेश शांडिल्य | फ़िल्म - रोड | वर्ष - 2002

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खुल्लम खुल्ला प्यार करें करें कभी चोरी से
ले के तुझ को साथ चलें जहाँ के पार कहीं पे
कभी तो मोहब्बत कभी तो है लफ़ड़ा
कोई यहाँ हल्का कोई यहाँ तगड़ाऐ Time Timeकी बात है प्यारे मैं रगड़ा या तू रगड़ा
चला करेगा साथ में ये सब साथ रहेंगे दो दिल जब तक
संग तेरे कभी संग मेरे कैसी कैसी आँख मिचौली
निकल ले भइये सम्भल ले भइये निकल ले भइये रेऽनहले पे दहला पड़ जाए पड़े सोच में नहला
कोई ना जाने कौन आखरी कौन यहाँ पर पहला
लगे यहाँ जो दाँव कभी दुनिया मुट्ठी में हो जाए
अरे पिटे जो मोहरा क़िस्मत का तो सब मिट्टी में मिल जाएऽ
खेल बड़ा है अजब निराला थोड़ा गड़बड़ थोड़ा झाला
समझ सके तो समझ ले यारा जीवन जैसे एक ठिठोलीजान जान कर हमने जाना बस इतना ही जाना
चार दिनों का चक्कर सारा क्या अपना क्या बेगाना
खट्टी मीठी तक़रारें सब ये तो चलती रहती हैं
प्यार की बातें लेकिन फिर भी दिल में पलती रहती हैं
प्यार से है ये दुनिया प्यारी और तो झूठी दुनियादारी
सोलह आना बात है सच्ची दिल पे रख कर हम ने तौली