होनी तो हो के रहने जाको राखे सानियां - The Indic Lyrics Database

होनी तो हो के रहने जाको राखे सानियां

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - लता मंगेशकर, मुकेश | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - सूरज और चंदा | वर्ष - 1973

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मु : होनी तो हो के रहे अनहोनी ना होय
जाको राखे साइयाँ मार सके ना कोय
ल : होनी तो हो के रहे ...मु : कंस ने कितने जतन किए रे भैया
कंस ने कितने जतन किए लेकिन तुमने देखा
ल : सौ तलवारें मिटा सकीं ना भाग्य की एक भी रेखा
को : सौ तलवारें ...
मु : किशन का ऐसा जन्म हुआ
ल : अत्याचार यूँ ख़त्म हुआ
मु : बन्दीघर के द्वार खुले और पहरेदार सोए
दो : जाको राखे साइयाँ ...
को : जाको राखे साइयाँ ...ल : छूट गई जिनसे रे भैया
छूट गई जिनसे अपने बचपन की सुंदर गलियाँ
मु : बगिया के बदले बन में देखीं खिलती वो कलियाँ
को : बगिया के बदले ...
ल : खेल है जोग-संजोग का
मु : सच कहना है लोगों का
ल : रीत अटल ये जीवन की कोई हँसे या रोए
दो : जाको राखे साइयाँ ...
को : जाको राखे साइयाँ ...मु : हाथ समय का इस दुनिया में कोई रोक न पाया
ल : धोखा देने वाले ने एक दिन ख़ुद धोखा खाया
को : धोखा देने वाले ...
मु : आज मिले या चाहे कल
ल : मिलता है कर्मों का फल
मु : फूल वो कैसे पाएगा जिसने हों काँटे बोए
को : जाको राखे साइयाँ ...