खोया खोया चंदा खो खो तारे - The Indic Lyrics Database

खोया खोया चंदा खो खो तारे

गीतकार - शैलेंद्र सिंह | गायक - आशा भोंसले | संगीत - किशोर कुमार | फ़िल्म - दूर गगन की छाँव में | वर्ष - 1964

View in Roman

खोया-खोया चन्दा खोए-खोए तारे
सो गए तू भी सो जा चाँद हमारे -२
खोया-खोया चन्दा ...ओ ओ लेके जादू की छड़ी आई सपनों की परी
रूप-नगरी में तुझे छोड़ आएगी अभी
है वो सपनों का जहाँ इक मेला है वहाँ
देस-परदेस के बच्चे चले वहाँ
नीले आकाश की गंगा के किनारे
खोया-खोया चन्दा ...झूला चाँदी का पड़ा हीरे-पन्नों से जड़ा
रेशमी डोर बँधी झूलेगा लाल मेरा
जब भी तू पींग भरे जा के बादल को छुए
छूले बिजली को तो वो खिलखिला पड़े
और छुप जाए कहीं लाज के मारे
खोया-खोया चन्दा ...कहीं कोई गीत गाए कोई बंशी बजाए
और कोई ढोल लिए धिन-धिन तक सुनाए
सब पे इक रंग पड़े कोई भी बच न सके
प्यार और मिलाप का गुलाल यूँ उड़े
हिल-मिल के कोई जीते कोई हारे
खोया-खोया चन्दा ...