जान-ए-जिगर, जान-ए-मन - The Indic Lyrics Database

जान-ए-जिगर, जान-ए-मन

गीतकार - समीर | गायक - अनुराधा पौडवाल - कुमार सानू | संगीत - नदीम - श्रावण | फ़िल्म - आशिकी | वर्ष - 1990

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जानम, जान-ए-जां, जानम, जान-ए-जहां
जान-ए-जिगर जान-ए-मन, मुझ को है तेरी कसम
तू जो मुझे ना मिला, मर जाऊँगी मैं सनम
जान-ए-जिगर जान-ए-मन, मुझ को है तेरी कसम
तू जो मुझे ना मिली, मर जाऊँगा मैं सनम
रोकेगा हम को अब क्या जमाना
मर के हमे हैं वादा निभाना
मैं फूलों से, कलियों से, तारों से, तेरी मांग भर दूँगा
मैं साँसों की महकी बहारों को, तेरे नाम कर दूँगा
मैं प्यार तुझ से करती हूँ, दिन रात आहे भरती हूँ
बिन तेरे गुजरते हैं कैसे, मेरे दिन रात ना पूछो
जो दिल में छुपी है मेरे हमनशी वो बाता ना पूछो
दो दिल जब धडकतें हैं, ऐसे ही तडपते हैं