मिलती है झुकती है शर्माती हैं - The Indic Lyrics Database

मिलती है झुकती है शर्माती हैं

गीतकार - प्रवीण भारद्वाज | गायक - अलका याज्ञनिक, उदित नारायण | संगीत - डब्बू मलिक | फ़िल्म - प्यासा | वर्ष - 2002

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मिलती है झुकती है शर्माती है
एक नज़र में एक नज़र यार की क्या क्या कर जाती है
मिलती है ...बस इक नज़र में इतने नज़ारे देखे न पहले कभी
कैसे होते हैं ये दिल दीवाने ये तो हम जाने अभी
चाहत ही धड़कन को धड़काती है
हाँ मिलती है ...जबसे मिली हैं तुमसे निगाहें क्या दिल की हालत कहें
या तो कहें हम इसको शरारत या फिर मुहब्बत कहें ओ
समझो तो नज़र ये भी समझाती है
मिलती है ...