नीले आसमानी - The Indic Lyrics Database

नीले आसमानी

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - गीता दत्त | संगीत - ओ. पी. नय्यर | फ़िल्म - मिस्टर अँड मिसेस ५५ | वर्ष - 1955

View in Roman

नीले आसमानी नीले आसमानी
बूझो तो ये नैना बाबू किसके लिए हैं
अपनी अदाओं की मस्ती में चूर हैं
सबसे ये मिलते हैं पर सबसे दूर हैं
नीले नीले और नशीले
झूमें लहरायें रंग छलकायें
रस के दो पैमाने लिए
ज़िंदा दिलों की ये हैं ज़िंदगानियाँ
कहते हैं ये धड़कनों की कहानियाँ
नीले नीले और नशीले
झूमें लहरायें रंग छलकायें
रस के दो पैमाने लिए
इनसे जो मिलना है दुनिया को भूल जा
धरती पे रह के सितारों पे झूल जा
नीले नीले और नशीले
झूमें लहरायें रंग छलकायें
रस के दो पैमाने लिए