मेरी हो ना हाय रे हाय रे हाय रब्बा - The Indic Lyrics Database

मेरी हो ना हाय रे हाय रे हाय रब्बा

गीतकार - जावेद अख्तर | गायक - कविता कृष्णमूर्ति, उदित नारायण | संगीत - ए आर रहमान | फ़िल्म - जीन्स | वर्ष - 1998

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मेरी हो ना कहो तो हूँ नातो फिर से कहो नामधुमिता मधुमिता मधुमिताहाय रे हाय रे हाय रब्बा -४जीता-जागता ताजमहल मेरा है नाहँसता-बोलता है जो कँवल मेरा है नाहाय रे हाय रे हाय रब्बा -२
पूरे चाँद सी जिसकी शकल मेरी है नावो जो है एक पूरी ग़ज़ल मेरी है नाप्यार जो मचले इस दिल में रंग आ जाये महफ़िल मेंतू जो पिघले लहज़े में बोले छू लूं तेरे होंठों के शोलेप्यार पा के गीत गा के कहूँ दिल में जो हैं बातें प्यार कीहाय रे हाय रे हाय रब्बा
हाय रे हाय रे हाय रब्बा
जीता-जागता ताजमहल मेरा है ना
हँसता-बोलता है जो कँवल मेरा है नाआओ नई दुनिया में घूमें आओ नई दुनिया देखेंपरबत-परबत देखें दोनों और दरिया-दरिया देखेंहम यूँ रहें इस प्यार में लैला-मजनूँ अपने ही जैसा कहें हमेंवजह न पूछो बस इतना मानो कि दिल में ऐसे ख़याल को निकाल दो निकाल दोन ये ज़माना कहे दिवाना मेरी सुनो अपने हाल को सम्भाल लो सम्भाल लोक्यूँ सम्भालें हम दिल को पायेंगे हम मन्ज़िल कोक्यूँ ऐ सनम ऐसे डरें क्यूँ वो करें जो दिल ही ना मानेहाय रे हाय रे हाय रब्बा -२
जीता-जागता ताजमहल मेरा है ना
हँसता-बोलता है जो कँवल मेरा है ना
हाय रे हाय रे हाय रब्बा -२महकी हवायें पास जो आयें कानों में गायें i love uपेड़ों के पंछी गीत सुनायें और ये जतायें i love uजब ये कहा तुमने सनम हर जनम मैंने सपना जो देखा तो पूरा हुआये फूलों की है आरज़ोओ की बालों में सजा ले तू इसीलिये तो हैं खिलेये मोतियों सी बारिशें लिये हुये हैं ख़्वाहिशें कि चूम लें जो तू मिलेदिल की धड़कन थम जाये साँस भी चाहें ना आयेफिर भी जियूं पर जानें क्यूं तुम बिन जिया नही जायेहाय रे हाय रे हाय रब्बा -२
जीता-जागता ताजमहल मेरा है ना
हँसता-बोलता है जो कँवल मेरा है ना
हाय रे हाय रे हाय रब्बा -२पूरे चाँद सी जिसकी शकल मेरी है ना
वो जो है एक पूरी ग़ज़ल मेरी है ना
प्यार जो मचले इस दिल में रंग आ जाये महफ़िल में
तू जो पिघले लहज़े में बोले छू लूँ तेरे होंठों के शोले
प्यार पा के गीत गा के कहूँ दिल में जो हैं बातें प्यार की
हाय रे हाय रे हाय रब्बा -२