बलमा मोरा आंचारा महाके रे - The Indic Lyrics Database

बलमा मोरा आंचारा महाके रे

गीतकार - जान निसार अख्तर | गायक - लता मंगेशकर, मन्ना दे | संगीत - सलिल चौधरी | फ़िल्म - संगत | वर्ष - 1975

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लता:
बलमा मोरा आँचरा महके रे
लगे नींद में डोलूँ मैं -२
पग मोरा बहके रे
बलमा, बलमा मोरा आँचरामन्ना:
(दिल को मेरे छू ले तेरे बदन की ये ख़ुशबू सुहानी
देखो देखो छुपके नाचे लहू में उमंगें दीवानी ) -२लता:
(गाती मन में रस की धारा झूमे अंग अंग सारा
मचले जिया मतवारा ) -२मन्ना:
(झूमे-झूमे पलकें जादू जगाएं
चोरी चोरी देखो हमको बुलाएँ) -२
आँखों पे छाए तेरे पलकों के सायेलता:
आऽ आऽ आऽ
बलमा मोरा आँचरामन्ना:
(चुपके -चुपके देखो सब कुछ तो कह दे सिमटती ये बाहें
नीची-नीची नज़रें क्या क्या न माँगें ये क्या क्या न
चाहें) -२लता:
(लगी तन में मीठी ज्वाला छलकती नयन से हाला
क्या जाने क्या कर डाला ) -२मन्ना:
(ठंडी-ठंडी देखो चंचल हवायें
कभी चूमे कभी सीने लगायें ) -२
फिर हम से ये हाय काहे दामन बचायेंलता:
आऽ आऽ आऽ
बलमा मोरा आँचर