झिलमिल झिलमिल लहारों का आंचल उदता है चंचल - The Indic Lyrics Database

झिलमिल झिलमिल लहारों का आंचल उदता है चंचल

गीतकार - भरत व्यास | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - सी रामचंद्र | फ़िल्म - स्त्री | वर्ष - 1961

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झिलमिल झिलमिल लहरों का आँचल उड़ता है चंचल
पल-पल मन लहराए यह कैसी हलचलजीवन कलकल, मन भी कलकल, झल झल झल
झल झल झलके सुख का सागर
प्यासी अभिलाषी पलकों में
छल छल छल छल छल छल छलके मधु का गागर
रिमझिम रिमझिम बरसे रे, तन में, मन में, रस के बादर
पल पल मन लहराए यह कैसी हलचलबूँदें गिरतीं कलियाँ खिलतीं -२
सरिताएँ सागर से मिलतीं
टलमल टलमल टलमल
टलमल टलमल टलमल मेरे मन की दुनिया हिलती
झिरमिर झिरमिर झूमे रे, तन में, मन में, भ्रमरों के दल
पल-पल मन लहराए यह कैसी हलचलझिलमिल झिलमिल लहरों का आँचल उड़ता है चंचल
पल-पल मन लहराए यह कैसी हलचल