शाम शानदार - The Indic Lyrics Database

शाम शानदार

गीतकार - अमिताभ भट्टाचार्या | गायक - अमित त्रिवेदी | संगीत - अमित त्रिवेदी | फ़िल्म - शानदार | वर्ष - 2015

Song link

View in Roman

सर झुका के
कर सलाम है शाम शानदार
आसमान से आ गिरी है शाम शानदारचक दे अँधेरा
चाँद जला दे, बल्ब बना के
फ़िक्र ना करियो
करना बी क्या है, बिजली बचा के
सरेआम पिला ख़ुशी के जाम शानदार
आसमान से आ गिरी ये शाम शानदार

जज़्बात के चिल्लर को नोट बना के
मेहंदी रात पे खुलके लूटा
चिंगारियों को विस्फोट बना के
ऐय्याशी के तू टॉकेट छुड़ा
कैसा डर, तू कर गुज़र ये काम शानदार
आसमान से आ गिरी ये शाम शानदार
ये शाम शानदार
ये शाम शानदार