दिल का पता - The Indic Lyrics Database

दिल का पता

गीतकार - मंदर चोलकर | गायक - अभ जोधपुरकर, सिंदूरी विशाल | संगीत - जय अत्रे | फ़िल्म - सीता रामम | वर्ष - 2022

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दुनिया में क्या है जो नायब है

मीठी मीठी तेरी हांसी

कुदरत में क्या है जो सादाब है

जहां पाँव तेरे पड़े वो जमीन

जाल रही है लौ कहाँ बता

वह मेरे दिल का है पता

क्या है सब से जुदा

तेरी हर इक अदा

आशियाँ है कहां

तेरा दीदार हो जहां

मेरे सारी रातों की चोरी चुपके से करली चाँद ने
चुप के से चाँद ने
आँखे बन के चकोरी सपनों की डोरी बांध ने
दोनो लगी बांधने

दे रे ना ना ना दे रे ना ना
दे रे ना ना ना ना आ
दे रे ना दे रे ना
दे रे ना दे रे ना

रेशम के धागे सा नाज़ुक है क्या

बहता ये लम्हा पिया

मशहूर किसकी है खुशकिस्मती

तूने जिससे चुन लिया

नशे भी नशीली क्या चीज़ है

तेरे होठों की देहलीज़ है

ओढ़ लूँ मैं कौन सी ओढ़नी

चंदा की रौशनी

ये मान कहे

मेरे सारी रातों की चोरी चुपके से करली चाँद ने
चुप के से चाँद ने
आँखे बन के चकोरी सपनों की डोरी बांध ने
दोनो लगी बांधने

जंग जारी है क्यों बेवजह

जिद्दी है सारी फ़िज़ा

भर लूँ तुझे अपनी बाहों में तो

हो जाउंगी मैं तबाह

राब से मानगो क्या दुआ

साथ तेरे मेरी हर सुबह

परछाईया जो रूठे तो

चूम लेंगे ज़रा

आँखे बन के चकोरी सपनो की डोरी बांध ने
दो दो लगी बांध ने