नज़रों से कह दो प्यार में मिलने का मौसम आ गया - The Indic Lyrics Database

नज़रों से कह दो प्यार में मिलने का मौसम आ गया

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - लता - किशोर | संगीत - राजेश रोशन | फ़िल्म - दूसरा आदमी | वर्ष - 1977

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नज़रों से कह दो प्यार में मिलने का मौसम आ गया
बाँहों में बाँहें डाल के खिलने का मौसम आ गया
कन्नू कन्नू, बाबा जानू
रोको ना तुम मुझे
ज़रा सुनो तो
इस प्यार से तेरा हाथ लगा लहरा गए गेसू मेरे
अरे कुछ भी नज़र आता ही नहीं मस्ती में मुझे तुझसे परे
कांधे पे मेरी ज़ुल्फ़ के ढलने का मौसम आ गया
तुम मिल भी गए फिर भी दिल को क्या जाने कैसी आस है
तुम पास हो फिर भी होठों में जाने कैसी प्यास है
होठों की ठंडी आग में जलने का मौसम आ गया