जीवन के दोराहे पे खड़े सोचाते हैं हम - The Indic Lyrics Database

जीवन के दोराहे पे खड़े सोचाते हैं हम

गीतकार - शैलेंद्र सिंह | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - शंकर, जयकिशन | फ़िल्म - छोटी सी मुलाक़त | वर्ष - 1967

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जीवन के दोराहे पे खड़े सोचते हैं हम
जाएँ तो किधर जाएँ -२
ताने है दिल इधर को तो खींचे उधर क़दम
जाएँ तो किधर ...तेरे सिवा दुनिया में कोई ( नहीं अपना ) -२
क्या जागते क्या सोते देखा ( तेरा सपना ) -२
अब ऐसे तू आँखों में है जैसे कोई भरम
जाएँ तो किधर ...हर मोड़ पे देता है ये ( संसार दुहाई ) -२
हर ग़ाम पे देता है मेरा ( प्यार दुहाई ) -२
इस रास्ते मंदिर है तो उस रास्ते धरम
जाएँ तो किधर ...