आंखें में पालि जब तु मुस्कराती हैं - The Indic Lyrics Database

आंखें में पालि जब तु मुस्कराती हैं

गीतकार - इन्दीवर | गायक - कुमार शानू, अलका याज्ञनिक | संगीत - बप्पी लाहिड़ी | फ़िल्म - इंसाफ की देवी | वर्ष - 1991

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आँखों में पली पलकों पे चली
जुग जुग जिये ओ मेरी लाडली
आँखों में पली ...जब तू मुस्कराती है ज़िंदगी बढ़ जाती है
काँटा भी ना चुभने पाए मेरी कली
आँखों में पली ...हो ना उदास कभी ये खिलता चेहरा
तुम पर है मेरी ममता का पहरा
आँचल में बिठा ले जाऊँ जाए तू जिस गली
आँखों में पली ...तेरी खातिर मैं कुछ भी कर जाऊँ
इन्सान तो इन्सान मैं रब से लड़ जाऊँ
तेरे साँसों से जीवन की ये ज़ंजीर बांध ली
आँखों में पली ...किस्मत ने पूछा दूँ तुझको क्या
या हीरे मोती या ऊँचा दर्जा
हमने सब कुछ छोड़ के तुझ सी गुड़िया मांग ली
आँखों में पली ...अब सूरज दिन में चमके ना चमके
रातों को चन्दा निकले ना निकले
तेरी यादों की मन में जोत है जली
आँखों में पली ...