एक चंचल शोख़ हसीना - The Indic Lyrics Database

एक चंचल शोख़ हसीना

गीतकार - Nil | गायक - Nil | संगीत - Nil | फ़िल्म - Nil | वर्ष - Nil

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एक चंचल शोख़ हसीना
मेरे सपनों में आए
मुझे एक झलक दिखला के वो
मेरे दिल का चैन चुराए
होंठों से मदिरा छलके
गालों पे हैं अंगारे
फूलों के जैसी खिलती जवानी
नैना नशीले हैं कजरारे
जैसे के नागिन डोले
ऐसे चले बल खाके
मदहोश कर दे मुझको
देखे जो वो शर्माके
कभी खुले जो ज़ुल्फ़ें उसकी
घटा गगन पे छाए
झील में खिलता एक कँवल
वो है किसी शायर की ग़ज़ल
बाँहें उठा के ले अंगड़ाई
दिल में मचा दे कोई हलचल
परियों की वो शहज़ादी
चेहरा है भोलाभला
देखा है जबसे उसको
मैं हो गया मतवाला
यही दुआएं माँगूँ हर पल
वो मुझको मिल जाए