ओय होय के कुड़ियां शहर दीयां - The Indic Lyrics Database

ओय होय के कुड़ियां शहर दीयां

गीतकार - जावेद अख्तर | गायक - अलका याज्ञनिक, दलेर मेहंदी | संगीत - दिलीप सेन-समीर सेन | फ़िल्म - अर्जुन पंडित | वर्ष - 1999

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हो ओ रे हो ओ रे हो ओ रे हो
ओय होय के कुड़ियां शहर दीयां
ओय होय के कुड़ियां शहर दी
ओ लक पतला पतंग नाले गोरा गोरा रंग
चले नागिन जैसी चाल
के कुड़ियां शहर ...इस प्यार में हैं बाबा लफ़ड़े बड़े
काहे को मेहंदी मेरे पीछे पड़े
हम तो हैं राजा रानी दिल के बड़े
ताहीं ता मेहंदी तेरे पीछे पड़े
मुझे दिल दे दे दिल दे दे दिल दे दे दिल
ऐसी ज़िद ना करो मेरी जान
के कुड़ियां शहर ...ओ कब अँखियां मिला लें कब अँखियां चुरा लें
कब दिल में बसा लें कब दिल से निकालें
दिल कर देती बेहाल
के कुड़ियां शहर ...कुछ ऐसे घुलमिल दिल लेके दे दे दिल
बात रस्ते की छोड़ मैं हूँ तेरी मंज़िल
तेरा मेहंदी आज नच्चे तेरे नाल
के कुड़ियां शहर ...