ऐ आसमान के राही हाय सावन बन गे नैनी - The Indic Lyrics Database

ऐ आसमान के राही हाय सावन बन गे नैनी

गीतकार - हसरत जयपुरी | गायक - आशा भोंसले | संगीत - शंकर, जयकिशन | फ़िल्म - करोड़पति | वर्ष - 1961

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ऐ आसमाँ के राही तू ही गवाह रहना
थमता नहीं है कबसे इन आँसुओं का बहना
तेरा अगर गुज़र हो इस देश की तरफ़ से
कोई तड़प रहा है इतना ही उनसे कहनाहाय सावन बन गए नैन
सावन बन गए नैन पिया बिन
सावन बन गए नैनसूना-सूना घर है बलम बिन सूने हैं दिन-रैन
हो पूछो न जी के बैन
सावन बन गए ...नैन हमारे गंगा-जमना
बादल से ये हरगिज़ कम ना
मुश्क़िल है अँसुवन का थमना
कटती नहीं मोसे बिरहा की रैन
सावन बन गए ...दिल के छाले फूट गए हैं
प्यार के तारे टूट गए हैं
चोर मेरे मन लूट गए हैं
मिलता नहीं मुझ अभागन को चैन
सावन बन गए ...