महाराजाओं को मेरा सलाम आखरी - The Indic Lyrics Database

महाराजाओं को मेरा सलाम आखरी

गीतकार - समीर | गायक - अनुराधा पौडवाल | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - इंसाफ कौन करेगा | वर्ष - 1987

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महरबानों को मेरा सलाम आखरी
आज है मेरे मुजरे की शाम आखरी
महरबानों को मेरा ...मुझको तक़दीर ने जब दिया ग़म दिया
इस ज़माने ने जी भर के बदला लिया
तू ले ले ख़ुदा का नाम आखरी
महरबानों को मेरा ...अश्क़ क्या हैं मैं न समझी गई
सिर्फ़ इतने से फ़ैसले से मैं जी गई
आज पी लूंगी मैं जाम आखरी
महरबानों को मेरा ...मैने माना कि आज मजबूर हूँ
पर तुम्हारी हदों से बहुत दूर हूँ
मैं वह बुलबुल नहीं जो क़ैद में रहे
हर सितम सय्याद का वह सहे
बन के खंजर जिगर में उतर जाऊंगी
मौत के हद से गुज़र जाऊंगी
आ गया मौत का मुक़ाम आखरी
महरबानों को मेरा ...