लब पे आती है दुआ बन के तमन्ना मेरी - The Indic Lyrics Database

लब पे आती है दुआ बन के तमन्ना मेरी

गीतकार - डॉ. इक़्बाल | गायक - सिजा रॉय | संगीत - जगजीत सिंह | फ़िल्म - Nil | वर्ष - Nil

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लब पे आती है दुआ बन के तमन्ना मेरी
ज़िन्दगी शम्मा की सूरत हो ख़ुदाया मेरी
हो मेरे दम से यूँ ही मेरे वतन की ज़ीनत
जिस तरह फूल से होती है चमन की ज़ीनत
ज़िन्दगी हो मेरी परवाने की सूरत या रब
इल्म की शम्मा से हो मुझको मोहब्ब्त या रब
हो मेरा काम गरीबों की हिमायत करना
दर्दमंदों से ज़ईफ़ों से मोहब्बत करना
मेरे अल्लाह बुराई से बचाना मुझको
नेक जो राह हो उस रह पे चलाना मुझको