कभी कहा ना किसी से तेरे फसाने को - The Indic Lyrics Database

कभी कहा ना किसी से तेरे फसाने को

गीतकार - क़मर जलालवी | गायक - आशा भोंसले | संगीत - नज़र हुसैन | फ़िल्म - कशिश (गैर फिल्म) | वर्ष - 1988

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कभी कहा न किसी से तेरे फ़साने को
न जाने कैसे ख़बर हो गई ज़माने कोसुना है ग़ैर की महफ़िल में तुम न जाओगे
कहो तो आज सजा लूँ गरीबखाने कोदुआ बहार की मांगी तो इतने फूल खिले
कहीं जगह न मिली मेरे आशियाने कोअब आगे इस में तुमहारा भी नाम आए गा
जो हुकम हो तो यहीं छोड़ दूं फ़साने को'क़मर' ज़रा भी नहीं तुम को ख़ौफ़-ए-रुसवाई
चले हो चांदनी शब में उन्हें बुलाने को