कामोश रात - The Indic Lyrics Database

कामोश रात

गीतकार - महबूब | गायक - रूप कुमार राठौड़ | संगीत - ए आर रहमान | फ़िल्म - तक्षक | वर्ष - 1999

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खामोश रात, सहमी हवा
तन्हा तन्हा दिल अपना
तन्हा तन्हा दिल अपना
और दूर कहीं रोशन हुआ एक चेहरा
एक चेहरा~आ~आ, एक चेहरा(ये सच है या सपना)
ये सच है या सपना
ये सच है या सपनाखामोश रात, सहमी हवा
तन्हा तन्हा दिल अपना
तन्हा तन्हा दिल अपना
और दूर कहीं रोशन हुआ एक चेहरा
एक चेहरा~आ~आ, एक चेहराये सच है या सपना
ये सच है या सपनाझुकी झुकी पल्कें जब उठीं
नैनों में थी ये मद्धम मद्धम
अधखुले होठों से हँसी
झाँक रही मद्धम मद्धम
कैसे कहाँ फिर हो गयी
उसकी छबी मद्धम मद्धम
पल पल उठती हसरतें
होने लगी मद्धम मद्धमऔर दूर कहीं रोशन हुआ एक चेहरा
एक चेहरा~आ~आ, एक चेहरासूरज था बेनूर सा
उसकी दमक मद्धम मद्धम
चाँद भी था बुझा बुझा
तारे भी थे मद्धम मद्धम
जुग्नू दिलासा देने लगे
नन्ही सी जान मद्धम मद्धम
शमा भी थक हार के
होने लगी मद्धम मद्धमऔर दूर कहीं रोशन हुआ एक चेहरा
एक चेहरा~आ~आ, एक चेहराचोरुस: सा प प म ग म ग म प
ग म ग सा सा रे सा ध सा रेजीने का था हम में दम
पर नहीं था कोई हमदम
खुशियों की थी जुस्तजू
मिल रहे थे बस हम ही हम
शोर में इस दुनिया के भी
खामोशी थी और एक थे हम
राहें सभी थी सूनी सूनी
उठ रहे थे क़दम थम थमऔर दूर कहीं रोशन हुआ एक चेहरा
एक चेहरा~आ~आ, एक चेहराचोरुस: सा प प म ग म ग म प
ग म ग सा सा रे सा ध सा रेये सच है या सपना
ये सच है या सपनाखामोश रात, सहमी हवा
तन्हा तन्हा दिल अपना
तन्हा तन्हा दिल अपना
और दूर कहीं रोशन हुआ एक चेहरा
एक चेहरा~आ~आ, एक चेहराये सच है या सपना
ये सच है या सपनाचोरुस: सा प प म ग म ग म प
ग म ग सा सा रे सा ध सा रे