महबूब - The Indic Lyrics Database

महबूब

गीतकार - मिथून | गायक - मिठून | संगीत - मिथून | फ़िल्म - क्रीचर 3डी | वर्ष - 2014

Song link

View in Roman

सीने में धड़कन की 
ज़रुरत है हर घड़ी 
जीने को साँसों की 
ज़रुरत है सबको ही 
उसी तरह नादान दिल को ज़रुरत है 
[महबूब की, महबूब की]x ४ 

महफ़िल को बताओं की ज़रुरत है 
है दस्तूर यही 
तारों को रातों की ज़रुरत है 
सुबहों की नहीं 
उसी तरह मज़बूर दिल को ज़रूरत है 
[महबूब की, महबूब की]x ४ 

वो जो सनम कहलाए 
इतनी खुशी संग लाए 
जैसे हो जन्नत ही मिली 
वो तो सुकून का दरिया 
जीने का वो ही जरिया 
जिस से जुडी हो आशिकी 
तभी तो हां बेहाल दिल को ज़रुरत है 
[महबूब की महबूब की]x ४