शाम भयि घनश्याम: - The Indic Lyrics Database

शाम भयि घनश्याम:

गीतकार - भरत व्यास | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - एस एन त्रिपाठी | फ़िल्म - कवि कालिदास | वर्ष - 1959

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शाम भयी, चनश्याम न आए-३
सब के काम बनते फिरते-२
मुझ दुखिया के काम न आए
शाम भयी ...तार मिलन के टूट गए क्यूँ-२
मुझसे मेरे रूठ गए क्यूँ
नगर-नगर वोह रहे घूमते
मेरे गोकुल गाम न आये
शाम भयी ...पथ हेरत, पथरा गयी अँखियाँ-२
मुरझाई पलकों की पखियाँ
मैं बिरहन की ??? व्याकुल
जिसके राजा राम न आये
शाम भयी ...