हमन क्या जो हर सू उजाले हुए हैं - The Indic Lyrics Database

हमन क्या जो हर सू उजाले हुए हैं

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - जी एस कोहली | फ़िल्म - नमस्तेजी | वर्ष - 1965

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हमें क्या जो हर सू उजाले हुए हैं
के हम तो अँधेरों के पाले हुए हैं -२
हमें क्या जो ...हमारी नहीं है ये चिरागों की दुनिया
हमारी तो है दिल के दाग़ों की दुनिया
यही दाग़ जल-जल के छाले हुए हैं
हमें क्या जो ...बहारों ने जाने कहां फूल बाँटे
हमारे चमन में खिले सिर्फ़ काँटे
ये इन्साफ़ भी क्या निराले हुए हैं
हमें क्या जो ...किसी और का दिल जो यूँ टूट जाता
तो शायद ख़ुदा से भी वो रूठ जाता
हमीं हैं जो ये ग़म स.म्भाले हुए हैं
हमें क्या जो ...