नजर के सामने, जिगर के पास - The Indic Lyrics Database

नजर के सामने, जिगर के पास

गीतकार - समीर | गायक - अनुराधा पौडवाल - कुमार सानू | संगीत - नदीम - श्रावण | फ़िल्म - आशिकी | वर्ष - 1990

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नज़र के सामने, जिगर के पास
कोई रहता है, वो हो तुम
बेताबी क्या होती है, पूछो मेरे दिल से
तनहा तनहा लौटा हूँ, मैं तो भरी महफ़िल से
मर ना जाऊँ कहीं, होके तुमसे जुदा
तनहाई जीने ना दे, बेचैनी तड़पाए
तुम को मैं ना देखूँ तो दिल मेरा घबराए
अब मुझे छोड़ के दूर जाना नहीं