दार पे आ हैं कसम ले - The Indic Lyrics Database

दार पे आ हैं कसम ले

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - मुकेश | संगीत - इकबाल कुरैशी | फ़िल्म - लव इन शिमला | वर्ष - 1960

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दर पे आए हैं क़सम ले
दिल हथेली पर है सुन ले
हम न जाएंगेज़िन्दगी में तो किसी से प्यार करना था ज़रूर -२
मर गए हम आप पर वैसे भी मरना था ज़रूर
हाँ जी मरना था ज़रूर
जान लब पर है कसम ले साँस जब तक है सुन ले हम न जाएंगे
दर पे आए हैं ...यूँ न ठोकर मारिए कि टूट जाएगा ये दिल -२
आप पछताएंगे फिर न हाथ आएगा ये दिल -२
ले इसी दिल की क़सम ले ख़ाक़ हो कर तू भी सुन ले हम न जाएंगे
दर पे आए हैं ...मयक़दा भी राह में था तोड़ आए हैं उसे -२
जाम अपने हाथ में था छोड़ आए हैं उसे -२
तेरे प्यासे हैं क़सम ले दूर से आए हैं सुन ले हम न जाएंगे
दर पे आए हैं ...