एक बूँद - The Indic Lyrics Database

एक बूँद

गीतकार - पुनीत शर्मा | गायक - मधुबंती बागची & अभ जोधपुरकर | संगीत - अमित त्रिवेदी | फ़िल्म - डॉक्टर जी | वर्ष - 2022

Song link

View in Roman

ओ मीठे खारे दरिया थे
नैनों से जुदा
इस एक लम्हे में
कुछ तो हुआ

सावन लौट के आया
घन ऐसा बरसाया

सपनों तले जो फूल था
ज़िंदा हुआ एक बूँद से
मन का मेरे जो मैल था
सब धूल गया एक बूँद से

आ उठी ऐसी लहरे मुझपे
कभी लगे थे जो पहरे
गलने लगे वो कागज़ी
कागज़ी कागज़ी कागज़ी

जितनी अधूरी थी कभी
है अब उतनी ही पूरी
हो ज़िन्दगी ज़िन्दगी ज़िन्दगी
ज़िन्दगी ज़िन्दगी ज़िन्दगी

डगमग डगमग नईया
लो किनारे लगी
दिल में एक चिरइया
गुनगुनाने लगी

सपनो तले जो फूल था
ज़िंदा हुआ एक बूँद से
मन का मेरे जो मैल था
सब धूल गया एक बूँद से

छलक छलक सर से हुई है
पलक पलक
हुमक हुमक मुड़ने लगी है
कमक कमक

छलक छलक सर से हुई है
पलक पलक
हुमक हुमक मुड़ने लगी है
कमक कमक