आजकल शौक ए दीदार हैं - The Indic Lyrics Database

आजकल शौक ए दीदार हैं

गीतकार - शकील बदायुँनी | गायक - मोहम्मद रफ़ी, आशा भोंसले | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - लीडर | वर्ष - 1964

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र : आजकल शौक़-ए-दीदार है
क्या कहूँ आपसे प्यार है
आजकल शौक़-ए-दीदार है
( क्या कहूँ ) -२ आपसे प्यार है -३आ : मेरी जानिब से इन्कार है
मेरी जानिब से इन्कार इन्कार है
क्या करूँ मैं अगर प्यार है
( क्या करूँ ) -२ मैं अगर प्यार है -३र : प्यार वो चीज़ है जिससे ओ नाज़नीं
पहले इन्कार करते हैं सारे हसीं
फिर कहते हैं इकरार है
फिर ये कहते हैं इकरार इकरार है
क्या कहूँ आपसे ...आ : छोटा मुँह और बड़ी बात मत भूलिए
देखिए अपनी औक़ात मत भूलिए
किस्सा-ए-इश्क़ बेकार है
किस्सा-ए-इश्क़ बेकार बेकार है
क्या करूँ मैं अगर ...र : आपकी हर अदा पर मैं क़ुर्बान हूँ
कुछ तरस खाइए मैं भी इन्सान हूँ
किसलिए मुझसे तकरार है
किसलिए मुझसे तकरार तकरार है
क्या कहूँ आपसे ...आ : सुन सकेंगे न हम आपकी इल्तिजा
जा के दीजिए किसी और दर पे सदा
यहाँ दिल है न दिलदार है
यहाँ दिल है न दिलदार दिलदार है
क्या करूँ मैं अगर ...र : जान-ए-मन अब तो मिलने का वादा करो
आ : हम नहीं जानते तुम जियो या मरो
र : गुफ़्तगू का ये कोई तरीका नहीं
आ : और तुमको भी कोई सलीका नहीं
र : मेरी उल्फ़त की insultयूँ न करो
आ : you shut-up
र : you shut-up-२
आ : you shut-up. Idiotअपना रास्ता चलो
र : यूँ ना तड़पाओ आशिक़ को देखो hello, hello