नन्ही कली सोने चली हवा धीरे आना - The Indic Lyrics Database

नन्ही कली सोने चली हवा धीरे आना

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - गीता दत्त | संगीत - सचिन देव बर्मन | फ़िल्म - सुजाता | वर्ष - 1959

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नन्ही कली सोने चली हवा धीरे आना
नींद भरे पंख लिए झूला झूला जाना
चाँद किरण सी गुड़िया नाजों की है पली
आज अगर चाँदनिया आना मेरी गली
गुन गुन गुन गीत कोई हौले हौले गाना
रेशम की डोर अगर पैरों को उलझाए
घुंघर का दाना कोई शोर मचा जाए
रानी मेरी जागी तो फिर निंदिया तू बहलाना