नैनन में बदरा छाए - The Indic Lyrics Database

नैनन में बदरा छाए

गीतकार - राजा मेहदी अली खान | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - मदन मोहन | फ़िल्म - मेरा साया | वर्ष - 1966

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नैनों में बदरा छाए, बिजली सी चमके हाए
ऐसे में बलम मोहे, गरवा लगा ले
नैनों में...मदिरा में डूबी अँखियाँ
चंचल हैं दोनों सखियाँ
ढलती रहेंगी तोहे
पलकों की प्यारी पखियाँ
शरमा के देंगी तोहे
मदिरा के प्याले
नैनों में...प्रेम दीवानी हूँ में
सपनों की रानी हूँ मैं
पिछले जनम से तेरी
प्रेम कहानी हूँ मैं
आ इस जनम में भी तू
अपना बना ले
नैनों में...