दिल ले गई ले गई एक चुलाबुलि चुलाबुलि नाज़ानिं - The Indic Lyrics Database

दिल ले गई ले गई एक चुलाबुलि चुलाबुलि नाज़ानिं

गीतकार - हसरत जयपुरी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - शंकर, जयकिशन | फ़िल्म - लाट साहेब | वर्ष - 1967

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दिल ले गई ले गई एक चुलबुली चुलबुली नाज़नीं
मुखड़ा है ऐसा उस जालम का
हुस्न भरा है सारे आलम का
दिल ले गई ...उसके काजल बिना नैन काले और काजल लगाए तो क्या हो
उसके हाथों में सुर्ख़ी चमन की और मेंहदी लगा ले तो क्या हो
दिल ले गई ...जितना ग़ुस्सा करे वो हसीना और निखरे है उसकी जवानी
रंग आता है गोरे बदन पर जैसे चाँदी पे सोने का पानी
दिल ले गई ...कितनी नाज़ुक है वो छुई-मुई अपने आँचल में ख़ुद दब रही है
एक चम्पा सी मदहोश डाली अपने फूलों से ख़ुद झुक रही है
दिल ले गई ...