हाय रामा ये क्या हुआ क्यों ऐसे हमें सताने लगे - The Indic Lyrics Database

हाय रामा ये क्या हुआ क्यों ऐसे हमें सताने लगे

गीतकार - महबूब | गायक - हरिहरन, स्वर्णलता | संगीत - ए आर रहमान | फ़िल्म - रंगीला | वर्ष - 1996

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हाय रामा ये क्या हुआ क्यों ऐसे हमें सताने लगेतुम इतनी प्यारी हो सामने हम क़ाबू में कैसे रहेंजाओ हमको तो आती शर्म हैतेरी ऐसी अदा पे तो फ़िदा हम हैंतौबा मेरी तौबा ये भी क्या सितम है ऐसी ज़िद करने लगेजाने तुमने क्या-क्या सोचा आगे-आगे हम तो अब डरने लगेअरे सोचा है ये कि रात और दिन तुझे प्यार करेंगे हमडरते हो क्यूँ ओ जान-ए-मन मेरे प्यार सेकाली-काली ज़ुल्फ़ें गोरी-गोरी बाँहें मुझको तड़पाने लगींहोँठ भीगे-भीगे नशीली ये आँखें प्यास को जगाने लगींछोड़ो जी ऐसी बातों को रोको ना राहों कोहो मोड़ो ना मेरी बाँहों को जाने दो ना