जब रात नहीं कटती इक रात नहीं कटती - The Indic Lyrics Database

जब रात नहीं कटती इक रात नहीं कटती

गीतकार - कमर जलालाबादी, वर्मा मलिक | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - हंसराज बहल | फ़िल्म - चंगेज़ खान | वर्ष - 1957

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जब रात नहीं कटती
एक रात नहीं कटती
ज़िन्दगी कैसे कटेगीजो आग़ लगी दिल में, अश्क़ों ने बुझाई है,
अश्क़ोन ने जो भड़काई आग़ वो कैसे बुझेगीदे-दे के हमें आँसू, ये दुनिया ख़ुशी मांगे,
जो शाख़ से टूटी हो, कली वो कैसे खिलेगीऐ दर्द ज़रा दम ले, मरने की दुआ कर लूँ,
गर हम न मिटे ऐ दिल, मौत फिर कैसे जियेगी