हम उन को समझते हैं उम्मीदों का सहारा - The Indic Lyrics Database

हम उन को समझते हैं उम्मीदों का सहारा

गीतकार - अख्तर-उल-ईमान | गायक - लता | संगीत - गुलाम मोहम्मद | फ़िल्म - बिखरे मोती | वर्ष - 1951

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हम उन को समझते हैं उम्मीदों का सहारा
दे-दे कोई जा कर उन्हें पैग़ाम हमारा )-2

बेदर्द हैं क्या समझेंगे वो मेरी मोहब्बत-2
आँसू है मेरी आँख का टूटा हुआ तारा

दे-दे कोई जा कर उन्हें पैग़ाम हमारा
हम उन को समझते हैं उम्मीदों का सहारा
दे-दे कोई जा कर उन्हें पैग़ाम हमारा


( वो आँख बचा कर जो मेरे पास से ग़ुज़रे
हो
पास से ग़ुज़रे )-2
दिल ने उन्हें रह-रह के कई बार पुकारा

दे-दे कोई जा कर उन्हें पैग़ाम हमारा
हम उन को समझते हैं उम्मीदों का सहारा
दे-दे कोई जा कर उन्हें पैग़ाम हमारा


( याद आ गया ऐसे में हमें मिलना किसी का
मिलना किसी का )-2
जाता था कहीं दूर कोई दर्द का मारा

दे-दे कोई जा कर उन्हें पैग़ाम हमारा
हम उन को समझते हैं उम्मीदों का सहारा
दे-दे कोई जा कर उन्हें पैग़ाम हमारा$