तस्वीर-ए-यार दिल से - The Indic Lyrics Database

तस्वीर-ए-यार दिल से

गीतकार - पी एल संतोषी | गायक - लता | संगीत - सी रामचंद्र | फ़िल्म - सरगम | वर्ष - 1950

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तस्वीर-ए-यार दिल से मिटाई ना गई
आँसुओं से आग़ ये बुझाई ना गई
फाँह बन के साँस में अटकी है उनकी याद
लाख चाहा भूलना भुलाई ना गई
कोई किसी का दीवाना ना बने
हो तीर-ए-नज़र का निशाना ना बने
निशाना ना बने
दीवाना ना बने
कोई किसी का दीवाना ना बने
आग़ लगे ऐसी आग़ तो हाय
जिसके देखे से कोई जल जाये
ऐसी शमा का परवाना ना बने
हो तीर-ए-नज़र का निशाना ना बने
कोई किसी का दीवाना ना बने
दिल लगाने को समझते थे दिल्लगी
उनको हाथों दे दी अपनी ज़िन्दगी
दुनिया के हँसने का बहाना ना बने
हो तीर-ए-नज़र का निशाना ना बने
कोई किसी का दीवाना ना बने
दीवाना ना बने
कोई किसी का दीवाना ना बने$