हम दो प्रेमी छत के उपारी - The Indic Lyrics Database

हम दो प्रेमी छत के उपारी

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - कुमार शानू, सहगान, अलका याज्ञनिक | संगीत - दिलीप सेन-समीर सेन | फ़िल्म - तू चोर मैं सिपाही | वर्ष - 1996

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हम दो प्रेमी छत के ऊपर गली गली में शोर शोर शोर
ऐ आ रा रा रा आ हा ओ रे
प्रेम के कच्चे धागे से मुझे खींच ले अपनी ओर ओर ओर
ऐ आ रा रा रा आ हा ओ रे
हम दो प्रेमी ...हो तेरा रस्ता किसी ने न रोका मिल गया कैसे तुझको ये मौक़ा
ओ देके आया हूँ मैं सबको धोखा अरे मैं तो हवा का हूँ झोंका
चोरी चोरी चुपके चुपके आनाअ छुप के जाना छुप के
मेरा बापू पकड़ न ले कहीं तुझको समझ कर चोर चोर चोर
आ रा रा रा आ हा ओ रे
हम दो प्रेमी ...हो दिल की दुश्मन ये दुनिया निगोड़ी इसलिए मैने दुनिया ही छोड़ी
ओ एक लाखों में है अपनी जोड़ी ग़म न कर देर बस अब है थोड़ी
कब तक ऐसे हम तरसेंगे एक दिन खुलकर हम बरसेंगे
मेरे साजन तू सावन मैं मस्त घटा घनघोर घोर घोर
आ रा रा रा आ हा ओ रे
हम दो प्रेमी ...