मिस्ल-ए-ख़याल आये थे आ कर चले गये - The Indic Lyrics Database

मिस्ल-ए-ख़याल आये थे आ कर चले गये

गीतकार - पं. फणी | गायक - कल्याणी | संगीत - गुलशन सूफी | फ़िल्म - आईना | वर्ष - 1944

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मोरे आंगन में छिटकी चाँदनी

मोरे आंगन में छिटकी चाँदनी

घर आ जा सजन

छेड़ी कोयल ने प्रीत की रागिनी, मीठी रागिनी

चंदा मोरे अंग जलाए

प्रीत की ज्वाला सही न जाए

कुम्हलाए पिया बिन कामिनी

गई सजन संग नींद निगोड़ी

तड़पत नित नैनन की जोड़ी

मैं बनी तेरी बैरागिनी