चाहूँगा मैं तुझे साँझ सवेरे - The Indic Lyrics Database

चाहूँगा मैं तुझे साँझ सवेरे

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - लक्ष्मीकांत प्यारेलाल | फ़िल्म - दोस्ती | वर्ष - 1964

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चाहूँगा मैं तुझे साँझ सवेरे
फिर भी कभी अब नाम को तेरे
आवाज़ मैं ना दूँगा, आवाज़ मैं ना दूँगा
देख मुझे सब है पता
सुनता है तू मन की सदा
मितवा, मेरे यार, तुझ को बार बार आवाज़ मैं ना दूँगा
दर्द भी तू, चैन भी तू
दरस भी तू, नैन भी तू
मितवा, मेरे यार, तुझ को बार बार आवाज़ मैं ना दूँगा