पिला दे साकी मारा ठुमका बादल गई चाल मितावा - The Indic Lyrics Database

पिला दे साकी मारा ठुमका बादल गई चाल मितावा

गीतकार - संतोष आनंद | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - क्रांति | वर्ष - 1981

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पिला दे साक़ी मिला के मुझको शराब आधी गुलाब आधा
मिलेगा रोज़-ए-हशर तुझे भी अजाब आधा सबाब आधामारा ठुमका बदल गई चाल मितवा
देखो-देखो रे हमरा कमाल मितवामैं चिड़ी रे चिड़ी देख मैं तो उड़ी
अपने बाबुल की मैं तो अकेली कुड़ी
आशियाना बना ले मुझे घर में बसा ले
मेरा क्या है मैं जा के ( मुड़ी ना मुड़ी ) -३
मार डालूँगी ख़ुद को सम्भाल मितवा
देखो-देखो रे हमरा ...कोई आए भी ना कोई जाए भी ना
आज से अपना नाटक शुरू हो गया
पहले लैला मरेगी फिर मजनूँ मरेगा
फिर दोनों को ज़िन्दा ( किया जाएगा ) -३
नीला अम्बर मैं कर दूँगी लाल मितवा
देखो-देखो रे हमरा ...