मिल के बिछड़ गईं अँखियाँ - The Indic Lyrics Database

मिल के बिछड़ गईं अँखियाँ

गीतकार - डी एन मधोकी | गायक - अमीरबाई | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - रतन | वर्ष - 1944

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मोहे बाँका बलम लगे पियारा

मोहे बाँका बलम लगे पियारा

ज़ो : ननदी परदेस न जाने दे

को : बाँका बलम लगे पियारा

ज़ो : मोहे बाँका बलम लगे पियारा

कालीकाली रात जिया डगमग डोलेगा

हो कालीकाली रात जिया डगमग डोलेगा

को : डगमग डोलेगा

ज़ो : हो मीठेमीथे बोल उन बिन कौन बोलेगा

मीठेमीथे बोल उन बिन कौन बोलेगा

सूना दीखेगा जग सारा

को : सूना दीखेगा जग सारा

ज़ो : ननदी परदेस न जाने दे

को : बाँका बलम लगे पियारा

ज़ो : मोहे बाँका बलम लगे पियारा

को : मोहे बाँका बलम लगे पियारा

ज़ो : साँवली घटायें जब घिरघिर आयेंगी

हो साँवली घटायें जब घिरघिर आयेंगी

भेश बीराने ? ले के मन का जगायेंगी

ऐसे में उनका बड़ा सहारा

को : ऐसे में उनका बड़ा सहारा

ज़ो : ननदी परदेस न जाने दे

को : बाँका बलम लगे पियारा

ज़ो : मोहे बाँका बलम लगे पियारा

को : मोहे बाँका बलम लगे पियारा

ज़ो : ननदी परदेस न जाने दे

को : बाँका बलम लगे पियारा