जाने कितानी बार हृदय से मैंने - The Indic Lyrics Database

जाने कितानी बार हृदय से मैंने

गीतकार - वी एन मंगली | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - जयदेव | फ़िल्म - सपना | वर्ष - 1969

View in Roman

जाने कितनी बार हृदय से मैंने उसे पुकारा
निठुर पिया के कानों तक पर मेरी आवाज़ न पहुँचीजाने कितने सावन बीते ग़म के आँसू पीते-पीते
जो बात सजन से कहनी थी लब तक मेरे वो बात न पहुँचीजाने कितने देखें सपने जब से रूठे प्रियतम अपने
ढल चली उमर अरमानों की पर सपनों की वो रात न पहुँची