ढिंढोरा बाजे रे - The Indic Lyrics Database

ढिंढोरा बाजे रे

गीतकार - | गायक - | संगीत - | फ़िल्म - रॉकी और रानी की प्रेम कहानी | वर्ष - 2023

Song link

View in Roman

हर बंदिश से छूट के बस इश्क करेंगे टूट के अब रोक सके तो रोक ले दुनिया अरे इश्क किया तो शर्म क्या अजी इश्क से बढ़ के कर्म क्या अब टोक सके तो टोक ले दुनिया हम दोनों बेमिसाल सज धज के कमाल बाहें डाले हुए बाहों में जो नाचें ढिंढोरा बाजे रे ढिंढोरा बाजे रे ढिंढोरा बाजे रे ढिंढोरा बाजे रे दिन वो गुज़ारे जिनके सितारे ये जिसका भी अंग लगे चलना हवा पे जानी है इसको हैं सुरखाब के पंख लगे अरे इसके सिंगार में इंद्रधनुष के ही जितने हैं रंग लगे ओह जो भी कहिए हुजूर ये शगन का सिन्दूर ऐसा चंदा जैसे मुखड़े पे साजे ढिंढोरा बाजे रे ढिंढोरा बाजे रे ढिंढोरा बाजे रे ढिंढोरा बाजे रे उलझे के यहां सुलझते नहीं दिलों के माँझे रे ढिंढोरा बाजे रे ढिंढोरा बाजे रे माँ भौबोतारिणी दूर्गोति हारिणी दौशो प्रोहोरोणो धारिणी आई गिरि नंदिनी, नंदिता मेधिनी विश्व विनोदिनी नन्दनुथे गिरिवर विन्ध्य सिरोधि निवासिनी विष्णु विलासिनी जिष्णु नुथे जय जय हे महिषासुर मर्दिनी रम्य कपर्दिनी शैल सुथे दुर्गे जय जय दुर्गे