चली जा छोड़ के दुनिया गमोन की दुनिया - The Indic Lyrics Database

चली जा छोड़ के दुनिया गमोन की दुनिया

गीतकार - उद्धव कुमार | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - रोशन | फ़िल्म - हम लोग | वर्ष - 1951

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( चली जा चली जा चली जा
छोड़ के दुनिया
ग़मों की दुनिया
आहों की दुनिया ) -२
चली जा चली जा चली जा( यहाँ कोई नहीं अपना
न घर अपना न दर अपना ) -२
दिलासा भी बहाना है
सताने का रुलाने का
चली जा चली जा चली जा
छोड़ के दुनिया
ग़मों की दुनिया
आहों की दुनिया
चली जा चली जा चली जा( सितम झेले उठाये ग़म
रहें आँखें सदा पुरनम ) -२
गिला किससे कहें जा कर
मुक़द्दर का ज़माने का
चली जा चली जा चली जा
छोड़ के दुनिया
ग़मों की दुनिया
आहों की दुनिया
चली जा चली जा चली जा( जियें तो घुट के मर जायें
मरें तो हम किधर जायें ) -२
मिला अच्छा सिला हमको
तेरी दुनिया में आने का
चली जा चली जा चली जा
छोड़ के दुनिया
ग़मों की दुनिया
आहों की दुनिया
चली जा चली जा चली जा