ग़ालिब होना है - The Indic Lyrics Database

ग़ालिब होना है

गीतकार - एएम तुराज़ | गायक - अरमान मलिक | संगीत - संजय लीला भंसाली | फ़िल्म - सुकून | वर्ष - 2022

Song link

View in Roman

इश्क़ तेरी आँखों में लिखा
पढ़ने दे ज़रा
हम को भी ग़ालिब होना है
हम को भी ग़ालिब होना है
इन ग़ज़लों सी आँखों में खोना है

इश्क़ तेरी आँखों में लिखा
पढ़ने दे ज़रा
हम को भी ग़ालिब होना है
हम को भी ग़ालिब होना है
इन ग़ज़लों सी आँखों में खोना है
इश्क़ तेरी आँखों में लिखा

ग़ज़लें हम तुझ पे लिखते रहे
हो ग़ज़लें हम तुझ पे लिखते रहे
शायर बन बन के उगते रहे
तेरा चहेरा कोई किताब सा है
तेरा मिलना कोई ख्वाब सा है
इस ख्वाब में खुद को डुबोना है

इश्क़ तेरी आँखों में लिखा
पढ़ने दे ज़रा
इश्क़ तेरी आँखों में लिखा

तेरे होंठों से शेर बरसते हैं
हो तेरे होंठों से शेर बरसते हैं
हम बातों को तेरी तरसते हैं
तेरा हम से कलम जो हो जाए
तो हमारा नाम भी हो जाए
तेरी पलकों में खुद को पेरॉना है

इश्क़ तेरी आँखों में लिखा
पढ़ने दे ज़रा
हम को भी ग़ालिब होना है
हम को भी ग़ालिब होना है
इन ग़ज़लों सी आँखों में खोना है
इश्क़ तेरी आँखों में लिखा