पानी पानी रे खरे पानी रे - The Indic Lyrics Database

पानी पानी रे खरे पानी रे

गीतकार - गुलजार | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - विशाल | फ़िल्म - माचिस | वर्ष - 1996

View in Roman

( पानी पानी रे खारे पानी रे -२
नैनों में भर जा
नींदें खाली कर जा ) -२पानी-पानी इन पहाड़ों की ढलानों से उतर जाना
धुआँ-धुआँ कुछ वादियाँ भी आयेंगी गुज़र जाना
एक गाँव आयेगा मेरा घर आयेगा
जा मेरे घर जा
नींदें खाली कर जाये रुदाली जैसी रातें जगरातों में बिता देना
मेरी आँखों में जो बोले मीठे पाखी तो उड़ा लेना
बर्फ़ों में लगे मौसम पिघले
मौसम हरे कर जा
नींदें खाली कर जापानी पानी रे खारे पानी रे -२
नैनों में भर जा
नींदें खाली कर जा