जो मैं होता एक तूता हुआ तारा - The Indic Lyrics Database

जो मैं होता एक तूता हुआ तारा

गीतकार - विजय आनंद | गायक - आशा भोंसले, किशोर कुमार | संगीत - एस डी बर्मन | फ़िल्म - छुपा रुस्तम | वर्ष - 1973

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कि: जो मैं होता एक टूटा हुआ तारा
तेरी रातों का, रातों का, तो क्या होता
आ: जो मैं होती एक कोई भटकी किरण
उस तारे की, उस तारे की, तो क्या होतादोनों: बनते संग संगा, मिटते संग-संग
जीते संग संगा, मरते संग-संगआ: जो मैं होती उड़ी-उड़ी नींदें
तेरी आँखों की, आँखों की, तो क्या होता
कि: जो मैं होता मीठा-मीठा सपना
उन नींदों का, नींदों का, तो क्या होतादोनों: बनते संग...कि: जो मैं होता क़िस्मत का लिखा
तेरे हाथों का, हाथों का, तो क्या होता
आ: जो मैं होती छुपा-छुप्ता मतलब
तेरे बातों का, तेरे बातों का रे, तो क्या होतादोनों: बनते संग...